रविवार, 12 फ़रवरी 2017

दीदी और उसकी दोस्तों का चुदाई गेम

मेरा नाम राज है मैं 12वीं मे पढ़ता हुॅ मैं 17 साल का हुॅ मेरी दीदी का नाम नूतन है दीदी 22 साल की है दीदी बैंकिंग की तैयारी करती हैं मेरी दीदी मोटी है उसकी चुचीयाॅ 34 साईज की है दीदी बहुत सुंदर हैं।
एकबार दीदी की बैंकिंग की परीक्षा दुसरे शहर में थी दीदी की तबियत  खराब थी तो घरवालो ने मुझे दीदी के साथ जाने को कहा हम परीक्षा से 3 दिन पहले ट्रेन से जा रहे थे ट्रेन रात में 8:30 बजे पहुँचती थी लेकिन उस दिन ट्रेन 11 बजे पहुँची हम दोनों भाई बहन उतर गये मैंने एक आटो लिया और उससे  कहा हमें किसी होटल में ले चलो वो हमें 2-3 होटल ले गया लेकिन कहीं खाली न था फिर  हमने कहा कि हमें स्टेशन छोड़ दो आटोवाला बोला स्टेशन पर रात को लफंगे रहते हैं और ठंढ का दिन भी है आप लोग मेरे रूम पे चलें मैंने दीदी की तरफ देखा दीदी ने हाॅ कर दिया वो हमें अपने रूम पे ले गया उसके रूम में डबल बेड का पलंग था फिर हमने खाना खाया जो हम साथ ले के गये थे और आटोवाला जिसका नाम दिनेश था उसे भी खिलाया फिर हम सोने के लिये बेड पे गये तो पहले दीदी फिर मैं और फिर दिनेश सोये हम तीनों आपस में सटे हुए थे ठंढ बहुत ज्यादा थी मैं और दिनेश सिर्फ कच्छे में सोये थे दीदी को ठंडा लग रहा था दीदी ने मुझे पीछे से पकड़ लिया उसकी चुचीयाॅ मेरे पीठ में गड़ रहीं थी वैसे दीदी घर पर भी मेरे साथ  ऐसेहि सोती थी फिर दीदी ने मुझसे कहा भाई मुझे बुखार है बहुत ठंड लग रही है मैंने दीदी को उठके दवा दी फिर दीदी को बीच में सुला दिया अब दीदी हम दोनों के बीच थी दीदी को फिर भी ठंड लग रही थी मैंने दीदी को पकड़ लिया और दीदी ने दिनेश को फिर दिनेश ने दीदी की तरफ मुँह कर दिया और दीदी को जोर से पकड़ लिया दीदी ने भी दिनेश को पकड़ लिया दिनेश दीदी कि पीठ सहलाने लगा दिनेश ने दीदी को कहा और ठंड लग रही है दीदी ने कहा अब अच्छा है फिर दिनेश ने मेरा हाथ पकड़ लिया और कहा नूतन को जोर से पकडो
पकडो मेरी  हाथ दीदी के चुची पे रख दिया दिनेश ने अपना हाथ दीदी की गांड पर रख दिया और सहलाने लगा दिनेश का हाथ मेरे लंड पे लगा उसने मेरा लंड पकड़ लिया और जोर से दबा दिया दीदी ने कहा ऐसे ही करो अब दिनेश दीदी की गांड दबा भी देता था दीदी ने कुछ नहीं कहा तो मैंने भी दीदी की चुची दबा दी फिर दीदी को कहा दीदी सीधी लेट जाओ न दीदी सीधी लेट गई अब मैंने दिनेश का हाथ पकड़ के दीदी की एक चुची पे रख दिया और एक चुची मैं दबाने लगा दिनेश भी चुची दबाने लगा फिर दिनेश बोला नूतन कैसी हो दीदी बोली अब ठीक हुॅ फिर दिनेश ने दीदी का हाथ पकड़ के अपने लंड पर रख दिया और अपने होंठ दीदी के चेहरे  पे लगा  दिया अब वो दीदी के गाल चाट रहा था दीदी ने चेहरा मेरी तरफ किया मैंने दीदी के होंठ चुम लिया दीदी दिनेश का लंड दबाने सहलाने लगी दिनेश ने दीदी को कहा कैसा है दीदी बोली क्या कैसा है दिनेश ने कहा जो हाथ में पकड़ी हो दीदी शर्मा गई बोली धत् आप भी न मैंने कहा दीदी बता दो दीदी ने कहा ठीक है दिनेश बोला कभी ली हो दीदी बोली नहीं दिनेश ने दीदी की चुची दबाते हुए कहा आज लोगी मैं बोला आज दीदी की ठंड भगाते हैं दीदी बोली हममममम दीदी ने मेरा भी लंड पकड़ लिया दीदी ने दिनेश से को चुमना शुरू कर दिया दिनेश दीदी की चुत सहला रहा था अब मैंने अपना अंडरवियर खोल दिया और पुरा नंगा हो गया फिर मैंने दीदी की सलवार का नाडा खोल दिया दिनेश दीदी की सलवार उतारने लगा दीदी  ने अपने चुतड उठा लिया दिनेश बोला नूतन आज तुम्हारे चुत का ताला खोल देते हैं फिर तुम खुब चुदवाना दीदी बोली हममम ठीक है फिर मुझसे कहा भाई तुमने कभी  किया है मैंने कहा नहीं दीदी मैं दीदी की चुचीयाॅ दबा रहा था दिनेश दीदी की चुत चाटने लगा दीदी मेरा लंड हिला रहीं थी फिर दिनेश बोला चलो दुसरे रूम में चलते हैं दीदी ने कहा कि अब दुसरा रूम कहाँ है दिनेश ने लाईट जलाया और अपने आलमारी को घसकाया तो वहा एक गेट दिखा फिर उसने चाभी से गेट खोला मैंने दीदी को पुरा नंगा कर दिया फिर हम उस रूम के अंदर गये दिनेश ने हीटर चालु कर दिया फिर दिनेश ने प्रोजेक्टर पे गंदी मुवी लगा दी उसका रूम पुरा हाल था उसमें चार पलंग थे कुल मिलाकर शानदार रूम था दीदी ने कहा कि दिनेश तुमने पहले हमें इस रूम में क्यों नहीं लाया दिनेश ने दीदी को पकड़ लिया कहा नूतन मेरी जान अगर पहले इस रूम में लाता तो तुम्हें चोदना नहीं पाता दीदी ने पुछा कि तुमने चोदने के लिये हिं लाया है क्या मुझे दिनेश बोला हाॅ जान मैंने तुम्हें देखा तो सोचा ट्राई करता हुॅ इसिलिए तुम्हें होटल नहीं ले गया फिर दीदी को बेड पे फेंक दिया डनलप के गद्दे के कारण दीदी दीदी को मजा आया फिर दिनेश ने मेरा लंड पकड़  लिया बोला कि तेरी बहन के जैसे तेरा लंड भी मस्त है फिर दिनेश बोला चल तेरी दीदी को चोदते हैं फिर मैं और दिनेश बेड पे आए दीदी एक हाथ से अपनी चुची दबा रही थीं और दुसरे हाथ से चुत सहला रही थीं दिनेश दीदी को बोला नूतन आ हमारे लंड चुस दीदी ने मना कर दिया तो दिनेश ने दीदी की चुत में 2 ऊॅगली डाल दी दीदी दर्द से चिल्लाने लगी आहहहहहहह निकालो जल्दी दिनेश जल्दी जल्दी ऊॅगली अंदर बाहर कर रहा था मैं दीदी की चुचीयाॅ जोर जोर से मसलने लगा दीदी कराह रही थी दिनेश ने अब 3 ऊॅगली डाल दी बोला नूतन रानी लंड चुसोगी दीदी ने हाॅ कह दिया दिनेश अपनी ऊॅगली अंदर बाहर करने लगा मैंने दीदी के मुँह में लंड डाल दिया दीदी चुसने लगी मैंने दीदी का सर पकड़ लिया और आगे पीछे करने लगा दीदी अभी भी  दर्द में थी फिर मैंने अपना लंड निकाल लिया और दीदी से पुछा दीदी दुध पिलाओगी दीदी ने मेरा मुँह अपनी चुची से लगा दिया कहा चुसो मेरे भाई दिनेश ने कहा नूतन लंड चुसेगी दीदी ने हाॅ कहा दीदी ने मुझे कहा कि भाई थोड़ी देर मेरी चुत चाट जबतक मैं तेरे जीजा का लंड चुभती हुॅ दिनेश बोला तो क्या तु मुझसे शादी करेगी  दीदी हॅसते हुए बोली हाॅ अगर ये पसंद आया तो और उनका लंड मुँह में लेकर चुसने लगी दीदी की चुत ने पानी छोड़ दिया मैं चाटने लगा अब दिनेश ने मुझसे कहा साले साहब दीदी की नथ उतराई में क्या लोगे मैंने कहा दीदी की ननद और सास की चुत दिनेश बोला चलो दिया फिर दिनेश ने मेरा लंड पकड़ के कहा नूतन तुम्हारी सास ननदो के लिए लंड साॅलिड है न दीदी ने कहा एकदम परफेक्ट और हम तीनों हॅसने लगे फिर  दिनेश ने अपना लंड मेरे हाथ में दे दिया दीदी को घोड़ी बना दिया मैंने दिनेश का लंड दीदी की चुत मे सटा दिया दिनेश ने एक धक्का लगाया  दीदी कराह उठी आहहहहहहहहह दिनेश कुछ देर रूक के दीदी की गांड सहलाने लगा फिर दीदी से बोला अब डालु जान दीदी बोली हममम फिर मैंने दिनेश को इशारा किया दिनेश ने एक जोर का धक्का लगाया दीदी तडपने लगी दीदी की सील टुट गई थीं दीदी की चुत ने खुन छोड़ दिया दिनेश रूक गया और मुझे बोला नूतन को लंड चुसाओ मैं दीदी के नीचे लेट गया बोला दीदी बस थोड़ा सा बर्दाश्त करो अब मैं दीदी की चुचीयाॅ चुसने दबाने लगा दीदी ने कहा भाई तुम मेरा कितना ध्यान रखते हो फिर बोली चलेगा तो तुझे बहुत सारी चुतो का ताला तोड़ना है फिर दीदी ने कहा भाई तुम्हारा लंड बहुत अच्छा है लेकिन बहुत बड़ा और मोटा होने के कारण तुम्हारे जीजा का लिया दिनेश फिर एक जोर का धक्का लगाया और उसका पुरा लंड दीदी की चुत में चला गया दीदी को दर्द हुआ लेकिन वो हॅस दीदी बोली भाई तेरे जीजा का पुरा लंड ले ली फिर बोली दिनेश अब मेरी दर्द की परवाह न करते हुए चोदो मुझे अब दिनेश  ने अपना लंड अंदर बाहर करना शुरू किया बोला कल मेरी बहन भी परिक्षा के लिए आयेगी कल उसकी सील तुम तोड़ना बोला मेरी बहन रागिनी 21 साल की है पतली है साफ्ट है मक्खन जैसी दीदी बोली अगर चुदी हुइ तो दिनेश बोला वो गर्ल्स हाॅस्टल में पढ़ी है फिर दीदी ने कहा दिनेश अब मुझे तुम्हारा लंड बहुत अच्छा लगा रहा है जोर से धक्के लगाओ दिनेश ने दीदी को कुतिया बना दिया और सटासट लंड चोदने लगा तबतक उसके मोबाइल पर रिन्ग आया मैंने उसका मोबाइल लाकर उसे दिया उसने कहा रागिनी का हिं फोन है शायद आ गई स्टेशन रागिनी बोली भैया कहाँ हो मैं 1घंटे में पहुँच रही हुॅ दिनेश बोला ठीक है आ रहा हुॅ फिर दिनेश ने दीदी को जोर जोर से चोदना चालु किया दीदी झड़  गई फिर दिनेश ने अपना लंड निकाल लिया और दीदी को सीधा लेटा दिया फिर चुत में लंड डाल के चोदने लगा बोला नूतन मेरी बहन की चुत आज अपने भाई को दे देना चाहे जबर्दस्ती दीदी बोली ठीक है अब दिनेश झडने लगा उसने दीदी के गाल चुम लिया दीदी ने भी उसे बाहो में भर लिया दोनों ने कुछ देर एक दुसरे को चुमा फिर दिनेश चला गया अब मैंने दीदी की चुत में लंड डाल के जोर का धक्का दिया  दीदी को दर्द होने लगा दीदी बोली भाई तेरा लंड बहुत मोटा एवं बड़ा है आराम से करो मैंने फिर एक जोर का धक्का लगाया दीदी बोली मारेगा क्या बहनचोद फिर मैंने दीदी को जोर जोर से चोदना शुरू किया दीदी बोली भाई क्या तुमने कभी सोचा था ऐसा भी होगा मैंने कहा दीदी आपकी चुत हि ऐसी है फिर दीदी बोली भाई मैं  दिनेश से शादी करना चाहती हुॅ दीदी ने कहा कि इसकी बहन रागिनी मेरी दोस्त है मेरे साथ पढती थी मैं बोला तुम दिनेश को पहले से जानती हो दीदी बोली मिली नहीं लेकिन फोटो देखी हुॅ इसिलिए तो इसके रूम पे आई मैं इसके फोटो देखकर इसे पसंद करती थी रागिनी से तो तुम मिले हि हो मैं दीदी को चोदे जा रहा था मैं बोला हाॅ दीदी मैं भी उसे पसंद करता हुॅ  शायद वो भी दीदी बोली रागिनी मुझसे बोलती कि तुझे भैया से चुदवा दुॅगी तो मैं भी बोलती कि मेरे भाई तुझे चोदेगा हम दोनों यही चाहती थी मैं और नूतन एक साथ झड़ गये फिर हम एक दुसरे को चुमने लगे दीदी बोली भाई मुझे लगता है दिनेश भी मुझे जानता है और रागिनी ने हि उसे लेने भेजा है मैं बोला दीदी फिर मैं ही उल्लु बन गया दीदी बोली नहीं भाई आज तुम्हें एक नहीं 2 चुत दिलाऊॅगी रागिनी के चाचा कि लड़की प्रगति भी आ रही है वो भी हमारे साथ पढती थी भाई मैंने स्टेशन पर हि रागिनी को मैसेज कर दिया था कि तेरा भाई मिल गया आज खूब चुदाऊॅगी फिर दीदी ने अपना मोबाइल मुझे दिया और मेरा लंड चुसने लगी मैंने देखा तो उसमे रागिनी और प्रगति के बहुत मैसेज थे लिखा था क्यों नूतन भाई का लंड कैसा लगा दिनेश अपनी बहनों को लेकर आ गया दोनों ने रूम में आते हि दीदी को गले लगा लिया रागिनी बोली प्लान सक्सेस फिर दो नों मेरे पास आईं रागिनी ने आते हि मेरा लंड पकड़ लिया दिनेश बोला राज तेरी एक बहन के बदले दो बहन दे रहा हुॅ प्रगति थोड़ी दूर खड़ी थीं मैंने उसे पकड़ लिया वो शर्मा रही थी नूतन बोली शर्मा मत खुल के चुददिनेश ने मेरा लंड पकड़ लिया और प्रगति के हाथ में दिया प्रगति शर्म से अपने भाई से लिपट गई नूतन दीदी ने रागिनी को नंगा किया और उसकी चुत चाटने लगी दिनेश ने प्रगति को नंगा कर दिया और दोनों मेरे लंड के पास बैठ गये दिनेश ने एक हाथ से प्रगति की चुची पकड़ लिया और दुसरे हाथ से मेरा लंड दिनेश ने अब मेरा लंड मुँह में लेकर लिया और चुसने लगा फिर निकाल के प्रगति के मुँह में दे दिया अब प्रगति मेरा लंड चुसने लगी दिनेश उसकी चुचीयाॅ दबाने लगा फिर दिनेश रागिनी के पास गया और उसकी चुचीयाॅ दबाने लगा नूतन दीदी रागिनी की चुत में ऊॅगली अंदर बाहर कर रही थी रागिनी मजे से कहा रही थी खा जा मेरी चुत मेरे भाई की रंडी चुस जोर से और झड़ गई दीदी ने उसकी चुत चुसना छोड़ दिया और मेरे पास आ गई और मेरा लंड पकड़ लिया और रागिनी की चुत पे सेट किया दिनेश प्रगति और नूतन बोले नथ उतराई दो मैंने कहा क्या चाहिए प्रगति ने मेरे लंड की तरफ इशारा किया दीदी ने दिनेश का लंड मुँह में ले लिया दिनेश ने कहा मुझे अपनी सासु को चोदना है मैंने कहा ठीक है चोद लेना दिनेश आ के मेरी गांड सहलाने लगा मैंने एक जोर का धक्का दिया रागिनी की चुत गिली होने के कारण उसे उतना दर्द नहीं हुआ और लंड भी कुछ अंदर तक गया रागिनी आहहहहहहह करने लगी बोली कि बहुत दर्द कर रहा है दिनेश मेरी गांड चाट रहा था दीदी और प्रगति रागिनी की चुचीयाॅ दबा चुसने रही थीं अब मैंने एक जोर का धक्का लगाया और रागिनी की चुत फट गई रागिनी रोने लगी अब दिनेश आया और रागिनी को सहलाने लगा बोला प्रगति जरा अपनी भाभी नूतन की गांड चाट गांड मारनी है प्रगति नूतन दीदी की गांड चाटने लगी अब मैंने लंड को बाहर खींचा और एक जोरदार धक्के के साथ लंड उसके चुत की जड़ तक पहुँचा दिया रागिनी छपपटाने लगी दिनेश उसकी चुचीयाॅ दबाने चुसने लगा मैं रूक गया और रागिनी के पेट सहलाने लगा रागिनी रो रही थी नूतन बोली थोड़ी देर बर्दाश्त कर मजा आएगा मैं रागिनी की तरफ देखने लगा मैंने दिनेश को हटा दिया और रागिनी के ऊपर सो गया और उसके होंठ चुसने लगा फिर रागिनी की आॅख आॅख मिला कर कहा निकाल लूँ वो बोली नहीं प्रगति बोली साली को मजा आ रहा है रागिनी ने मेरी तरफ देख के मुस्करा दिया और कहा अब करो मैंने धीरे धीरे अपना लंड अंदर बाहर करना शुरू किया रागिनी मजे और दर्द से सिसकने लगी रागिनी बोली आप बहुत अच्छे हैं मैंने रागिनी को चुम लिया दीदी दिनेश का लंड चुस रही थीं और प्रगति दीदी की गांड चाट रही थी और ऊॅगली कर रही थी दिनेश ने दीदी को घोड़ी बनाया और अपना लंड उसकी गांड पे रख के एक जोर का झटका दिया उसके लंड का टोपा घुस गया दीदी दर्द से छटपटाने लगी फिर दिनेश ने एक और जोर का धक्का लगाया और दीदी आहहहह मर गई की आवाज के साथ गिर गई दिनेश भी उसके ऊपर गिर गया प्रगति और रागिनी एक साथ बोले भैया छोड़ दो प्रगति ने दीदी को सहलाया दीदी हिल डुल नहीं रही थी मैं अब रागिनी को तेज झटके दे रहा था प्रगति बोली रागिनी नूतन नहीं रही और रोने लगी दिनेश डर गया मैं और रागिनी वहाँ गये मैंने कहा डर मत दिनेश खुब जोरों से इसकी गांड मार प्रगति बोली तुम्हें शर्म नहीं आती ये दर्द से बेहोश है और तुम इसकी गांड मारने को बोल रहा है दिनेश दीदी को जोरों से चोदने लगा रागिनी ने कहा प्रगति दीदी साली रंडी तुम डरपोक है अगर अभी गांड मारेगा भैया तो इसे दर्द भी नहीं होगा और जब होश में आएगी तो इसकी गांड खुल चुकी होगी और इसे मजा आने लगेगा प्रगति बोली चुप हरामजादी छिनार खुद तो लंड पे डांस कर रही है और मैं मैंने प्रगति को पकड़ लिया बोला मेरी रंडी रानी गुस्सा मत हो प्रगति शर्म से मुझसे लिपट गई अब प्रगति ने रागिनी की गांड पे एक थप्पड लगाया  और बोली चल कुतिया बन जा रागिनी कुतिया बन गई प्रगति ने मेरा लंड मुँह में ले लिया थोड़ी देर चुसकर रागिनी की चुत में सटा दिया और बोली मेरी बहन को दर्द मत होने देना रागिनी बोली राज मेरी दीदी मेरा बहुत ख्याल रखती है मैंने अपना लंड रागिनी की चुत में डाल के धक्के देने लगा उसे फिर दर्द होने लगा मैं धीरे धीरे धक्के लगाये जा रहा था उधर नूतन दीदी कनमना रही थी आहहहह निकाल लो आहहहहहह प्रगति बोली कैसी है नूतन आराम है क्या दीदी दीदी बोली मैं तुमसे बात नहीं करती मेरी गांड फट गई आहहहहहहहहहह प्रगति रोने लगी दीदी बोली साली छिनार रो क्यों रही है अभी जब मेरा भाई तुझे चोदेगा तो रोना साली रंडी हमेशा नखरे करती है मैं खुश हुॅ पागल  मुझे अब मजा आ रहा है चल इधर आ तेरी चुत चाट दूं प्रगति बोली मैं दिनेश से चुसवाउॅगी अब दीदी मजे ले रही थी अपना गांड आगे पीछे कर रही थी इधर रागिनी ने कहा प्रगति दी जरा राज का गांड चाट जिससे ये जोर का धक्का लगाये प्रगति मेरी गांड चाटने लगी मैं जोर जोर से धक्के लगाने लगा रागिनी आहहहहह मैं तो गई की आवाज के साथ झड़ गई दिनेश ने कहा नूतन मैं तो डर गया था दीदी बोली जोर से चोदो ना मैं आ रही हुॅ दीदी भी झड़ गई  कुछ देर बाद फिर दीदी और दिनेश एकसाथ झड़ गये दीदी बोली प्रगति मेरी गांड बहुत जल रही है इधर मैं और रागिनी भी  झड़ गये फिर दिनेश ने मुझे 69 पोजिशन में लिया और कहा दोनों एक दूसरे की बहन का स्वाद लेते हैं फिर मेरा लंड मुँह में ले लिया मैं भी उसका लंड चुसने लगा कुछ देर दोनों ने एक दूसरे का लंड चुसा फिर दिनेश रागिनी के पास गया और उसकी चुत चाटने लगा मैं बेड पे लेट गया और दीदी की तरफ देखा दीदी बोली मेरे भाई अपनी बहन की गांड नहीं चाटोगे मैं दीदी की गांड चाटने लगा प्रगति बोली मैं चाय ला रही हुॅ दीदी ने कहा क्यों भाई मजा आया न तु न नहीं आना चाहता था आया तो फायदा हुआ कि नहीं तबतक प्रगति चाय ले के आई हम चाय पीने लगे दिनेश ने कहा राज को सारी बात बता दे दीदी ने कहा नहीं रागिनी बोली नहीं बता देते हैं प्रगति भी बोली हाॅ बता देते हैं

1 टिप्पणी:

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    mera 8 inch lamba 3 inch mota land hai
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